यह कहानी आप को सफल बना सकती है || Best Motivational Story in Hindi ||

Best Motivational Story In Hindi


|| परिस्थितियों को दोष देना ||

कुछ लोग हमेशा परिस्थितियों को ही दोष देते हैं यह एक ऐसी कहानी है. जिसको सुनकर आपकी आंखें खुल सकती है. तो चलिए इस कहानी को जल्द से जल्द शुरू करते हैं.

काफी समय पहले की बात है। एक आदमी रेगिस्तान में फस गया था। वह मन ही मन अपने आपको बोल रहा था कि यह कितनी अच्छी और सुंदर जगह है। अगर यहां पर पानी होता तो यहां पर कितने अच्छे-अच्छे पेड़ उग रहे होते, और यहां पर कितने लोग घूमने आना चाहते। मतलब वो ब्लेम कर रहा था। कि यह होता तो वो होता और वो होता तो शायद ऐसा होता। 

ऊपरवाला यह सब देख रहा था। अब उस इंसान ने सोचा यहां पर पानी नहीं दिख रहा है। फिर उसको थोड़ी देर आगे जाने के बाद एक कुआं दिखाई दिया जो कि पानी से लबालब भरा हुआ था वे खुद से काफी देर तक विचार-विमर्श करता रहा।

फिर कुछ देर बाद उसको वहां पर एक रस्सी बाल्टी और पौधों के बीज दिखाई दिऐ। इसके बाद उसके पास कहीं से एक पर्ची उड़ती हुई आई,और उस पर्ची में यह लिखा था।  कि तुमने कहा था ना " कि यहां पर पानी का कोई स्त्रोत नहीं है। लो अब तुम्हारे पास पानी का स्त्रोत भी है। अगर तुम चाहो तो यहां पर पौधे लगा सकते हो। 

इसके बाद वो इंसान उस पर्ची को हाथ में लेकर बहुत देर तक सोचता रहा। कि क्या मुझे पौधा लगाना चाहिए?लेकिन मैं तो बहुत थक चुका हूं। ऐसा करता हूं कल लगाऊंगा। उसको ऐसा सोचते सोचते बहुत दिन बीत गए। फिर एक दिन उसके सामने स्वयं ईश्वर प्रकट हुए और उन्होंने उससे बोला " कि तुमने कहा था कि अगर यहां पर पानी होता तो यहां बहुत सुंदर सुंदर पेड़ पौधे उगाए जा सकते थे।  मैंने तुम्हें उसके लिए सारे स्त्रोत दिए। लेकिन फिर भी तुमने इतने दिन केवल सोचने में निकाल दिए। अभी भी समय है तुम अपनी इस परिस्थितियों को दोष देने वाली आदत को सुधार लो वरना जिंदगी में कुछ नहीं कर पाओगे। इतना बोलने के बाद ईश्वर वहां से चले गए और उस इंसान को अपनी गलती का पश्चाताप हुआ।

||इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें परिस्थितियों को दोष देने के बजाय प्रयास करना चाहिए और हमेशा याद रखना कि जो व्यक्ति निरंतर प्रयास करता रहता है उसे सफलता एक न एक दिन जरूर मिलती है||

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